विनीत द्विवेदी, ब्यूरो प्रयागराज।
Prayagraj Crime News: प्रयागराज में मंदिर के पुजारी की बेरहमी से हत्या का मामला सामने आया है। इस सनसनीखेज वारदात नवाबगंज थाना क्षेत्र के आनापुर इलाके की है। महेंद्र मणि त्रिपाठी पिछले करीब 20 वर्षों से राम जानकी मंदिर में तैनात थे। दिव्यांग पुजारी की बदमाशों ने गला घोंटकर हत्या कर दी। वारदात की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। शव को पोस्टमार्मटम के लिए भेज दिया गया है। बेरहमी से की गई हत्या का कारण अभी सामने नहीं आया है। आईकेएम इंटर कॉलेज परिसर स्थित राम जानकी मंदिर परिसर के पीछे पुजारी का शव मिला। मृतक बिहार के सिवान जनपद निवासी थे।
>दिव्यांग पुजारी की बेरहमी से हत्यामहेंद्र मणि त्रिपाठी पिछले करीब 20 वर्षों से पूजा पाठ का कामकाज देख रहे थे। हत्या की वजह अभी साफ नहीं हुई है। मृतक का शव रस्सी और कपड़ों से बंधा मिला। मुंह को कपड़ों से ठूंस दिया गया था। हाथ और पैर भी पीछे की तरफ रस्सी से बंधे हुए थे। मंदिर की मूर्तियां और अन्य सामान बिखरे पड़े हुए मिले। साक्ष्य जुटाने के लिए पुलिस ने डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक एक्सपर्ट को मौके पर बुलाया। बताया जाता है कि दिव्यांग पुजारी मंदिर परिसर में रहते थे।
>प्रबंधन और गांव के लोगों के बयान दर्जइंस्पेक्टर नवाबगंज अनूप सिंह ने बताया कि पुलिस को सुबह 7 बजे पुजारी की डेड बॉडी मिलने की सूचना मिली थी। इसके बाद मौके पर जाकर जांच पड़ताल की गई है। हत्या कैसे की गई है, इसका खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा। फिलहाल घटनास्थल से सभी नमूने और साक्ष्य जुटाए गए हैं। पुलिस टीम इस घटना की पड़ताल कर रही है। विद्यालय प्रबंधन व आसपास के ग्रामीणों से भी इस संबंध में पूछताछ की गई है।
http://dlvr.it/SwtVtp
Prayagraj Crime News: प्रयागराज में मंदिर के पुजारी की बेरहमी से हत्या का मामला सामने आया है। इस सनसनीखेज वारदात नवाबगंज थाना क्षेत्र के आनापुर इलाके की है। महेंद्र मणि त्रिपाठी पिछले करीब 20 वर्षों से राम जानकी मंदिर में तैनात थे। दिव्यांग पुजारी की बदमाशों ने गला घोंटकर हत्या कर दी। वारदात की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। शव को पोस्टमार्मटम के लिए भेज दिया गया है। बेरहमी से की गई हत्या का कारण अभी सामने नहीं आया है। आईकेएम इंटर कॉलेज परिसर स्थित राम जानकी मंदिर परिसर के पीछे पुजारी का शव मिला। मृतक बिहार के सिवान जनपद निवासी थे।
>दिव्यांग पुजारी की बेरहमी से हत्यामहेंद्र मणि त्रिपाठी पिछले करीब 20 वर्षों से पूजा पाठ का कामकाज देख रहे थे। हत्या की वजह अभी साफ नहीं हुई है। मृतक का शव रस्सी और कपड़ों से बंधा मिला। मुंह को कपड़ों से ठूंस दिया गया था। हाथ और पैर भी पीछे की तरफ रस्सी से बंधे हुए थे। मंदिर की मूर्तियां और अन्य सामान बिखरे पड़े हुए मिले। साक्ष्य जुटाने के लिए पुलिस ने डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक एक्सपर्ट को मौके पर बुलाया। बताया जाता है कि दिव्यांग पुजारी मंदिर परिसर में रहते थे।
>प्रबंधन और गांव के लोगों के बयान दर्जइंस्पेक्टर नवाबगंज अनूप सिंह ने बताया कि पुलिस को सुबह 7 बजे पुजारी की डेड बॉडी मिलने की सूचना मिली थी। इसके बाद मौके पर जाकर जांच पड़ताल की गई है। हत्या कैसे की गई है, इसका खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा। फिलहाल घटनास्थल से सभी नमूने और साक्ष्य जुटाए गए हैं। पुलिस टीम इस घटना की पड़ताल कर रही है। विद्यालय प्रबंधन व आसपास के ग्रामीणों से भी इस संबंध में पूछताछ की गई है।
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