विनीत कुमार द्विवेदी, ब्यूरो यूपी।
प्रयागराज/कौशांबी। गांधी मेमोरियल इंटर कॉलेज दारानगर के पूर्व प्रधानाचार्य व धर्मा देवी इंटर कॉलेज के संस्थापक शिक्षाविद पंडित रामावतार त्रिपाठी "शास्त्री" जी के नाम से विख्यात सोमवार उनके पैतृक गांव अझुआ केन में पूरे सम्मान के साथ मुखाग्नि दी गई व पंचतत्व में विलीन हो गए। उनकी अस्थियां बृहस्पतिवार को संगम में विसर्जित की गई। बता दें की महान शिक्षाविद पंडित शास्त्री के आखिरी सफर में भारी जन सैलाब उमड़ पड़ा उनके केन आवास से स्मृति स्थल तक लोगों भारी भीड़ का ताता लगा रहा। शास्त्री जी के अंतिम सफर में लोगों की आंखें नम रही। बृहस्पतिवार को उनके पैतृक गांव अझुआ केन कौशांबी से संगम प्रयागराज में अस्थि विसर्जन कार्यक्रम के लिए भी हुजूम देखने को मिला।अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में उनके पुत्रों में रामकरन त्रिपाठी, रामकृष्ण त्रिपाठी, मनोज त्रिपाठी व समस्त उनके पुत्र गणों की उपस्थिति के साथ प्रयागराज, कौशांबी व अन्य जिलों के क्षेत्रीय गणमान्यों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
http://dlvr.it/T447cz
प्रयागराज/कौशांबी। गांधी मेमोरियल इंटर कॉलेज दारानगर के पूर्व प्रधानाचार्य व धर्मा देवी इंटर कॉलेज के संस्थापक शिक्षाविद पंडित रामावतार त्रिपाठी "शास्त्री" जी के नाम से विख्यात सोमवार उनके पैतृक गांव अझुआ केन में पूरे सम्मान के साथ मुखाग्नि दी गई व पंचतत्व में विलीन हो गए। उनकी अस्थियां बृहस्पतिवार को संगम में विसर्जित की गई। बता दें की महान शिक्षाविद पंडित शास्त्री के आखिरी सफर में भारी जन सैलाब उमड़ पड़ा उनके केन आवास से स्मृति स्थल तक लोगों भारी भीड़ का ताता लगा रहा। शास्त्री जी के अंतिम सफर में लोगों की आंखें नम रही। बृहस्पतिवार को उनके पैतृक गांव अझुआ केन कौशांबी से संगम प्रयागराज में अस्थि विसर्जन कार्यक्रम के लिए भी हुजूम देखने को मिला।अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में उनके पुत्रों में रामकरन त्रिपाठी, रामकृष्ण त्रिपाठी, मनोज त्रिपाठी व समस्त उनके पुत्र गणों की उपस्थिति के साथ प्रयागराज, कौशांबी व अन्य जिलों के क्षेत्रीय गणमान्यों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
http://dlvr.it/T447cz
Post a Comment