सुल्तानपुर की धरती से पधारे (मानस कोविद) मदन मोहन मिश्र।विनीत द्विवेदी, ब्यूरो प्रयागराज।
प्रयागराज। गंगापार झूंसी के नीबी कला ग्राम मे प्रत्येक वर्ष की भाति पांच दिन की श्रीराम कथा का आयोजन। कथा का वाचन मानस कोविद श्री मदनमोहन मिश्र व सहयोगी आशुतोष द्विवेदी जी के द्वारा किया जा रहा है। मंगलवार को कथा के दूसरे दिन भगवान राम की महिमा का व्याख्यान करते हुए करते हुए राजा दशरथ और कैकेई संवाद का जिक्र किया। मानस कोविद जी ने कहा कि राजा दशरथ की ओर से राम को राज्य देने के निर्णय पर मंथरा यह समाचार कैकयी को देती है। साथ ही उसके कान भरती है कि यदि राम राजा बन गए तो तुम्हारे पुत्र भरत और शत्रुघ्न का कोई भविष्य नहीं रहेगा। कैकयी उसकी बातों में आकर कोपभवन में जाकर बैठ जाती है। और कथा व्यास ने कहा कि जो भगवान की कथा को श्रवण कर अपने जीवन में चरितार्थ करते हैं तो उसका जीवन धन्य हो जाता है। अंत व्यास द्वारा प्रभु श्री राम के अवतार की गाथा सुनाई गई। बता दें की इस कथा का आयोजन नेता पवन द्विवेदी के द्वारा किया जाता है। इस मौके पर समाजसेवी मनोज द्विवेदी, प्रमोद द्विवेदी, पत्रकार विनीत द्विवेदी, कमल श्रीवास्तव, विवेक मिश्रा व क्षेत्र वासियों की मौजूदगी बनी रही।
http://dlvr.it/T0Mpqh
प्रयागराज। गंगापार झूंसी के नीबी कला ग्राम मे प्रत्येक वर्ष की भाति पांच दिन की श्रीराम कथा का आयोजन। कथा का वाचन मानस कोविद श्री मदनमोहन मिश्र व सहयोगी आशुतोष द्विवेदी जी के द्वारा किया जा रहा है। मंगलवार को कथा के दूसरे दिन भगवान राम की महिमा का व्याख्यान करते हुए करते हुए राजा दशरथ और कैकेई संवाद का जिक्र किया। मानस कोविद जी ने कहा कि राजा दशरथ की ओर से राम को राज्य देने के निर्णय पर मंथरा यह समाचार कैकयी को देती है। साथ ही उसके कान भरती है कि यदि राम राजा बन गए तो तुम्हारे पुत्र भरत और शत्रुघ्न का कोई भविष्य नहीं रहेगा। कैकयी उसकी बातों में आकर कोपभवन में जाकर बैठ जाती है। और कथा व्यास ने कहा कि जो भगवान की कथा को श्रवण कर अपने जीवन में चरितार्थ करते हैं तो उसका जीवन धन्य हो जाता है। अंत व्यास द्वारा प्रभु श्री राम के अवतार की गाथा सुनाई गई। बता दें की इस कथा का आयोजन नेता पवन द्विवेदी के द्वारा किया जाता है। इस मौके पर समाजसेवी मनोज द्विवेदी, प्रमोद द्विवेदी, पत्रकार विनीत द्विवेदी, कमल श्रीवास्तव, विवेक मिश्रा व क्षेत्र वासियों की मौजूदगी बनी रही।
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